हर गलत रास्ते के ठीक बगल में होता है एक रास्ता सही,

मगर नादानी या गुरुर की पट्टी होती है आंखों पर बंधी…

जिस कारण वह छिपा रहता है, अदृश्य और निराकार,

लेकिन धैर्यपूर्वक वह कर रहा होता है आपका इंतजार…

–Kaushal Kishore • @wordpress

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