एक व्यक्ति है कवच में जंग लड़ने को तैयार,

दूसरे अनजान खामियाजा भुगतने को तैयार…

दुश्मन होता है दूर, चेहरा अजनबी दूसरे ठौर से,

लेकिन निकाली जाती है दुश्मनी किसी और से…

–Kaushal Kishore • @wordpress

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