एक व्यक्ति है कवच में जंग लड़ने को तैयार,दूसरे अनजान खामियाजा भुगतने को तैयार…दुश्मन होता है दूर, चेहरा अजनबी दूसरे ठौर से,लेकिन निकाली जाती है दुश्मनी किसी और से…–Kaushal Kishore • @wordpress
ब्लूस्काई और मैस्टडोन साधु और महात्मा लोगों के लिए अच्छी जगह है। आम लोग यहां बोर हो सकते हैं, और महफ़िलें लगाने वाले और हंसी-ठहाका करने वाले लोग तो यहां गारंटी के साथ बोर हो जाएंगे। लेकिन यहां का वातावरण सीखने और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के लिहाज़ से ज़्यादा अनुकूल है।
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